अवैध हथियारों का गढ़ बना बैतूल ,फिर पकड़ाई 7 देशी पिस्टल, 14 जिंदा कारतूस, 5 गिरफ्तार
पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं, कि अवैध हथियारों के मामले में सीआईडी नोडल एजेंसी रहेगी
बैतूल। चुनाव के मद्देनजर पुलिस द्वारा वाहनों की चैकिंग कर बदमाशों पर पैनी नजर रखी जा रही है। चैकिंग के दौरान पुलिस ने कुछ युवकों को गिरफ्तार किया जिनके पास से पिस्टल सहित जिंदा कारतूस बरामद किए है। किसी भी घटना को अंजाम देने के पहले ही आरोपियों को पुलिस ने दबोच लिया है। पुलिस कंट्रोल रूम में बुधवार को पत्रकार आयोजित की गई जिसमें एसपी सिमाला प्रसाद, एएसपी नीरज सोनी, डीएसपी पल्लवी गौर, मुलताई एसडीओपी नम्रता सोंधिया, बैतूल एसडीओपी प्रज्ञा भार्गव, मुलताई थाना प्रभारी सुनील लाटा, कोतवाली थाना प्रभारी अपाला सिंह प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
एसपी ने खुलासा करते हुए बताया कि अलग-अलग थाना क्षेत्र में पुलिस द्वारा चैकिंग अभियान चलाया जा रहा था। इसी दौरान 5 युवकों को पकड़ा गया जिनके पास से 7 देशी पिस्टल एवं 14 जिंदा कारतूस बरामद किए है।
मुलताई पुलिस को सूचना मिलने पर पुलिस ने ग्राम सांडिया जोड़ से आकाश उर्फ अक्कू पिता रामू उईके (26) निवासी डोडिया लावाघोघरी जिला छिंदवाड़ा को गिरफ्तार किया जिसके पास अवैध देशी कट्टा और पांच जिंदा कारतूस बरामद की है। इसी तरह सूचना मिलने पर वरूड़ रोड नवोदय विद्यालय जोड़ के पास में सुमित पिता राजू आरे (28) निवासी बडोरा के कब्जे से देशी पिस्टल और जिंदा कारतूस बरामद किया है। महिलावाड़ी जोड़ पारससिंगा के पास से आरोपी अंकुश पिता प्रहलाद सूर्यवंशी (20) ग्राम खल्ला थाना मुलताई के पास से अवैध देशी पिस्टल जब्त की है। कोतवाली पुलिस ने शमशान घाट के सामने कमानी गेट के पास राजेश पिता सालिकराम चौबे निवासी पलिया पिपरिया थाना बनखेड़ी जिला होशंगाबाद को गिरफ्तार किया। युवक के पास से दो देशी पिस्टल और एक देशी कट्टा व 8 जिंदा कारतूस बरामद किए है। घोड़ाडोंगरी बस स्टेण्ड के पास आरोपी रोहित उर्फ बबन पिता भीमराव भालेकर (20) निवासी जी टाईप सारनी के कब्जे से एक देशी कट्टा बरामद किया है। इन सभी आरोपियों को पड़कने में मुलताई थाने से निरीक्षक सुनील लाटा, उत्तम मस्तकार, राकेश सरियाम, नीरज खरे, निलेश सोनी, अंकित अग्रिहोत्री, सुशील धुर्वे, मेजर सिंह मर्सकोले, आरक्षक प्रमोद, तिलक, रमेश, विवेक, अविनेश सैनिक दीपक की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इसी तरह कोतवाली थाने से निरीक्षक अपाला सिंह, उपनिरीक्षक नितिन पटेल, आरक्षक नवनीत, विशाल, सैनिक आशीष और थाना सारनी से थाना सारनी से रत्नाकर हिंगवे, उपनिरीक्षक नेपाल सिंह ठाकुर, सहायक उपनिरीक्षक संत कुमार परतेती, प्रधान आरक्षक भजनलाल, आरक्षक सतीश वाडि़वा, विनित, सुरेश उईके की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
भोपाल। मध्य प्रदेश पुलिस प्रदेश में पकड़े जाने वाले अवैध हथियारों की खरीद फरोख्त और इन्हें सप्लाई करने वाले लोगों की तह तक जाएगी. इस जांच की पूरी रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय की सीआईडी को सौंपी जाएगी. इसे लेकर फरवरी 2022 में प्रदेश के सभी पुलिस अधीक्षकों को आदेश जारी कर दिए थे. आदेश के मुताबिक अवैध हथियार के साथ किसी को भी पकड़े जाने के बाद पुलिस को यह भी पता लगाना होगा कि उसने यह अवैध हथियार कहां से खरीदा और उसे बेचने वाला कौन था. ऐसा करने के पीछे पुलिस का मकसद अवैध हथियार बनाने और सप्लाई करने वाली लिंक को खोजकर उसे खत्म करना है
CID रहेगी नोडल एजेंसी
फरवरी 2022 में डीजीपी विवेक जौहरी के निर्देश पर पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं, कि अवैध हथियारों के मामले में सीआईडी नोडल एजेंसी रहेगी. यदि जिले में कोई भी व्यक्ति अवैध हथियार के साथ पकड़ा जाता है तो पुलिस को उसकी तह तक जाना होगा. जैसे अवैध हथियार कहां से खरीदा है. बेचने वाले को अरेस्ट कर , अवैध हथियार सप्लाई करने वाले और फिर मैन्यूफैक्चर्स तक पहुंचकर उसे लिंक को ही खत्म करना होगा. निर्देशों में यह भी कहा गया है कि पुलिस इसके लिए छापामार कार्रवाई भी कर सकती है.छापामार कार्रवाई के दौरान यदि कोई रूकावट आती है तो उसके खिलाफ बल प्रयोग भी किया जा सकता है. यदि अवैध हथियार फैक्ट्री से बने हुए हैं, तो वहां से हथियार देशभर में कहां कहां सप्लाई हुए हैं उसका पता लगाना होगा. हथियार चोरी का है यह भी पता लगाना होगा. इसके अलावा अवैध हथियारों के मामले में गिरफ्तार हुए व्यक्ति और मामले में हुई कार्रवाई की पूरी जानकारी सीआईडी को देनी होगी.
अवैध हथियारों की सप्लाई का केंद्र बनता जा रहा है एमपी
अवैध हथियारों की तस्करी के बीते दिनों में सामने आए मामलों को देखते हुए कहा जा रहा है कि मध्यप्रदेश अवैध हथियारों की सप्लाई का बड़ा केन्द्र बनता जा रहा है.
– मध्यप्रदेश में बने अवैध हथियार दिल्ली एनसीआर, उत्तरप्रदेश, बिहार जैसे राज्यों तक में सप्लाई हो रहे हैं.
– दूसरे राज्यों में पकड़े जा रहे अवैध हथियारों का भी एमपी कनेक्शन निकल रहा है.
– एनसीआरबी 2020 की रिपोर्ट के मुताबिक मध्यप्रदेश में 10 हजार 841 अवैध हथियार और 2733 गोलियां बरामद हुई हैं.
– अवैध हथियार के मामले में उत्तरप्रदेश के बाद मध्यप्रदेश दूसरे स्थान पर है.
इसे देखते हुए एमपी पुलिस ने अब अपनी स्ट्रेटेजी बदली है. अभी तक आमतौर पर पुलिस अवैध हथियार के मामले में आरोपी को गिरफ्तार करती थी, लेकिन नए निर्देशों के तहत पुलिस अब अवैध हथियारों की सप्लाई चैन को ब्रेक करने के साथ ही अवैध हथियारों की फैक्ट्री पर भी कार्रवाई करनी होगी. इसके लिए पुलिस को और अधिक अधिकार भी दिए गए हैं.