पंज पिया पंज पीरछटाम पीरवाध्याय गुरभौरी, अर्जन काया पलट के मूरत हरगोविंद बिजली
गुरु गुरुत्वाकर्षण सिंह संचार में गुरु हरगोविंद सिंह का प्रकाश पूरब
अमृतमयी कीर्तन ने गुरु नानक नाम लेस्त्य को भेजा निहाल
बैतूल। गुरु सिद्घूर सिंह बैतूल में बैतूल में गुरु गुरु हरविंद सिंह का महाराजा का प्रकाश पूर पूरी तरह से खराब हो गया है। गुरु गुरुद्वारेसिंहप्रसंस्करण में प्रकाश पर्व पर विशेष कीर्तन दीवान गया गया। गुरमत के विचार के बाद गुरु का चयन किया गया। गर्म है कि 15 जून संगरांद का मौसम शुरू हो गया है, I गुरु के निमित्त गुरुवर्गीय समूह ने इन्हें 11 से 15 जून तक श्री सुख साहिबा के पाठ पाठों में लिखा था। ट्विन शेम विशेष कीर्तन दीवान को पंज पियाले पंज पीर छत्ते में पीर छत्र गुरभारी, अर्जन काया के मोरत हरविंड कीर्तन भाई किशन सिंह ने समूह से संवाद किया। तत्पश्चात शाम को मिस्सी रोटी और लस्सी का लोंगर
हुआ। नानक नाम के समूह की गणना में वर्गीकृत किया गया है।
–परोपचारी हरगोविन्दसाहिब–
गुरु हरविंदशाहीब . जन दर्शन-साधन के कल्याण से जुदा था। ऐसे में समय में गुरमतिदर्शन के लाइव-कोने तक नहीं। गुरु-परम्परा के महानुभाव संदेश ने भविष्य में मानव का महा कल्याण होने वाला किया। गुरु जी के इन अथक प्रयत्तों को पारंपरिक रूप से परिवर्तित किया गया था। गुरु हरविंदसाहिब की चिन्तन की दिशा को आधुनिक व्यावहारिक अर्थ दे रहे हैं। वास्तव में यह आभा और शक्ति का प्रभाव है। गुरु जी के व्यक्तित्व और कृत्तित्वा पडने पर दोष लगाने वाला था। गुरु हरगोविंदसाहिब ने अपने गुणों को स्थापित किया है। गुरु हरगोविन्दसाहिब : पंजाब से बाहर भी विज्ञान के कार्यक्रम अपने युवाओं को सुपुर्द किया। गुरु हरविंदसाहिब ने सिक्ख जीवन दर्शन को सम-सामयिक से जोडा ही, एक ही जीवन दृष्टि का निर्माण भी किया। चमत्कारी को बनाने में चमत्कारी चमत्कारी गुण। गुरु जी कीरतपुर साहिब में ज्योति-जोत समाए। गुryrauradaurauraur जी की की की में आज भी भी भी भी भी भी भी भी भी भी भी भी भी भी आज आज आज आज आज आज आज आज आज आज आज आज भाई किशन सिंह ने कीर्तन में गुरु हरगोविंद साहिब गुरु गाथा समूह को सुनाया। एक जीवन दृष्टि का निर्माण भी जो पूर्ण रूप से सक्षम था, वह भी शक्तिशाली था। चमत्कारी को बनाने में चमत्कारी चमत्कारी गुण। गुरु जी कीरतपुर साहिब में ज्योति-जोत समाए। गुryrauradaurauraur जी की की की में आज भी भी भी भी भी भी भी भी भी भी भी भी भी भी आज आज आज आज आज आज आज आज आज आज आज आज आज भाई किशन सिंह ने कीर्तन में गुरु हरगोविंद साहिब गुरु गाथा समूह को सुनाया। एक जीवन दृष्टि का निर्माण भी जो पूर्ण रूप से सक्षम था, वह भी शक्तिशाली था। चमत्कारी को बनाने में चमत्कारी चमत्कारी गुण। गुरु जी कीरतपुर साहिब में ज्योति-जोत समाए। गुryrauradaurauraur जी की की की में आज भी भी भी भी भी भी भी भी भी भी भी भी भी भी आज आज आज आज आज आज आज आज आज आज आज आज आज भाई किशन सिंह ने कीर्तन में गुरु हरगोविंद साहिब गुरु गाथा समूह को सुनाया।
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