जल जीवन मिशन के हाल बे हाल
लापरवाही तीन ठेकेदारों को किया ब्लेक लिस्टेट
बैतूल।।बैतूल जिले में पीएचई विभाग की लापरवाही के चलते जल जीवन मिशन अपने जन्म के पहले ही मौत के मुहाने पर पहुच गया है ।जिले भर की ज्यादातर योजनाओं के बुरे हाल है ।विभाग की लापरवाही के चलते इन योजनाओं का सही ढंग से क्रियान्वित ही नही हो रही है।जलस्त्रोत में पानी ही नही है जिसके चलते ये योजना पुराने जल स्त्रोत से ही संचालित की जा रही है जिन जल स्त्रोतों में पानी है वहाँ विभाग ने आज तक बिजली पहुचने के लिए प्राकलन ही नही बनाये और बिजली विभाग को धन राशि ही नही दी है ।कई ग्राम पंचायतों में आधी अधूरी योजनाओं को पंचायतों के सुपुर्द कर दी है कही पाईप लाइन के ज्वाइंट खुल रहे है तो कही वाल खराब हो रहे है जिससे ज्यादातर योजनाएं ग्रामीणों के लिए अभिषाप बनकर रह गई है।
कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस की अध्यक्षता में जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा की गई। इस बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अभिलाष मिश्रा, कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी रंजन सिंह ठाकुर एवं सहायक यंत्री व पीएचई.विभाग के ठेकेदार उपस्थित रहे।
बैठक में जल जीवन मिशन के कार्यों को समय से पूर्ण करने के लिये कलेक्टर द्वारा सभी ठेकेदारों को निर्देशित किया गया। बैठक में बताया गया कि मेसर्स देशमुख कृषि एजेन्सी शाहपुर द्वारा 29 ग्रामों में कार्य किया जा रहा है। समीक्षा के दौरान कार्यों में लापरवाही बरतने के कारण इनके 10 ग्रामों के 03 अनुबंधों को निरस्त करने के निर्देश कार्यपालन यंत्री, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी को दिये गये।
इसी प्रकार मेसर्स अनिल कुमार शर्मा मुरैना एवं मेसर्स पूनम कुमारी, बिहार द्वारा अनुबंधित समय व्यतीत हो जाने के उपरांत भी कार्य प्रारंभ नही करने के कारण दोनों फर्मों के अनुबंध निरस्त करने के निर्देश दिये गये। जिस पर आवश्यक कार्य करते हुए निर्देशों के परिपालन में कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी खण्ड बैतूल द्वारा तीनो ठेकेदारो के 21 ग्रामों के 06 अनुबंधों को निरस्त कर उनकी विभाग में जमा राशि रूपयें 28.48 लाख (अठाईस लाख अडतालीस हजार रूपये मात्र) शासन के पक्ष में राजसात किये जा रहे हैं। साथ ही तीनों फर्म के नाम काली सूची में दर्ज करने के प्रस्ताव वरिष्ठ कार्यालय को प्रेषित किये जायेंगे।