ट्रेनी कैप्टन 3 दिन से लापता, नाले में मिली कार:* लेफ्टिनेंट पत्नी से मिलकर जबलपुर से पचमढ़ी लौट रहे थे; 3 महीने पहले ही हुई है शादी
By बैतूल वार्ता
तीन दिन से लापता आर्मी के ट्रेनिंग कैप्टन की कार नसीराबाद के नाले में मिली, कैप्टन की खोज जारी
पचमढ़ी आर्मी एजुकेशन सेंटर में पदस्थ ट्रेनी आर्मी कैप्टन निर्मल कर्नाटक के रहने वाले हैं
पचमढ़ी, न्यूज़।। पचमढ़ी आर्मी एजुकेशन सेंटर में पदस्थ आर्मी कैप्टन पिछले 3 दिन से लापता है। दरअसल वह भारी बारिश के बीच जबलपुर से अपनी पत्नी से मिलकर पचमढ़ी के लिए लौट रहे थे। 15 अगस्त की रात उनकी लास्ट लोकेशन माखन नगर के पास की आई है। आशंका जताई जा रही है कि भारी बारिश के चलते उनकी कार नदी में बह गई। कैप्टन की कार माखन नगर के नसीराबाद स्थित बछवाड़ा नाले में मिली है फिलहाल आर्मी कैप्टन की तलाश जारी है।
पचमढ़ी आर्मी एजुकेशन सेंटर में पदस्थ ट्रेनी आर्मी कैप्टन निर्मल कर्नाटक के रहने वाले हैं। निर्मल को 16 अगस्त के दिन सुबह सेंटर को ज्वाइन करना था, जिसके चलते वह जबलपुर से भारी बारिश के बीच अपनी पत्नी लेफ्टिनेंट गोपीचंद्र से मिलकर पचमढ़ी के लिए निकले हुए थे। भारी बारिश के चलते जगह-जगह बाढ़ की स्थिति बनी हुई थी। ऐसी स्थिति में भी वह सेंटर को ज्वाइन करने के लिए निकले हुए थे। आर्मी एजुकेशन सेंटर के कर्नल राजेश पायलट ने 16 की सुबह पचमढ़ी थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस की तहकीकात में पता चला कि निर्मल की लास्ट लोकेशन माखन नगर स्थित नसीराबाद की आ रही है। पुलिस ने रायसेन जिले के बाड़ी स्थित टोल की सीसीटीवी निकाली तो वह जाते हुए दिखाई दिए। जांच पड़ताल में पता चला कि उन्होंने 8:00 बजे पत्नी से बात भी की है, लेकिन उसके बाद से उनका संपर्क टूट गया था। घटना की जानकारी लगते ही पुलिस प्रशासन सक्रिय हो गया। 3 दिन तक ढूंढने के बाद भी ट्रेनी कैप्टन की कोई लोकेशन नहीं मिली। लेकिन आज सुबह माखन नगर स्थित बछवाड़ा नाले मैं उनकी कार बरामद की गई। आशंका जताई जा रही है कि वह कार सहित तेज़ पानी के बहाव में आ गए होंगे, जिसके चलते वह है नदी में बह गए। फिलहाल एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम ट्रेनी कैप्टन को खोजने में जुटी हुई है।
बताया जा रहा है कि ट्रेनी कैप्टन निर्मल की शादी 3 महीने पहले ही हुई थी। उनकी पत्नी गोपीचंदा जबलपुर में लेफ्टिनेंट के पद पर पदस्थ हैं। निर्मल 13 अगस्त को पत्नी से मिलने के लिए जबलपुर गए हुए थे। 15 अगस्त की दोपहर वह 3:00 बजे जबलपुर से पचमढ़ी के लिए निकल गए थे। रात 8:00 बजे निर्मल की बात उनकी पत्नी से हुई थी।