बहु को जिंदा जलाने वाले आरोपियों को उम्रकैद , फरार हत्या का आरोपी गिरफ्तार:इटारसी रेल्वे स्टेशन से पकड़ा, सुपरवाइजर की हत्या कर भागा था आरोपी
By बैतूल वार्ता
बहु को जिंदा जलाने वाले आरोपियों को उम्रकैद:सास-ससुर सहित देवर-देवरानी ने मिट्टी का तेल डालकर जलाया था, 5-5 सौ रुपए लगा जुर्माना
बैतूल।।बहु को मिट्टी का तेल डालकर जिंदा जलाने वाले सास, ससुर, देवर और देवरानी को बैतूल की प्रथम अपर सत्र न्यायालय ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। खास बात यह है की उम्र कैद पाने वाले पांच लोगो में 78 साल का वृद्ध व उसकी 75 वर्षीय पत्नी भी शामिल है। दो साल पहले बडोरा में इस वारदात को अंजाम दिया गया था।
अभियोजन के मुताबिक बहु को जिंदा जलाकर मार डालने के इस मामले में कृष्ण नगर बडोरा निवासी भादिया (78), रामरती (75), भादिया का बेटा नारायण(33),भोला(38),नारायण की पत्नी ललिता (29) को बलवा करने, हत्या करने के आरोप में उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। अदालत ने आरोपियों को धारा 143 में 3-3माह,धारा 147 में 6-6 माह और धारा 302 में आजीवन कारावास की सजा और 5-5 सौ रु का अर्थदंड किया है।
यह था मामला
पिछले 18 जुलाई 2019 को मृतिका द्वारका बाई को आरोपियों ने मिट्टी का तेल डालकर जला दिया था। मृतिका आरोपियों की बहु थी। इस घटना में मृतिका की बेटी भुवनेश्वरी का भी आग बुझाते हुए हाथ जल गया था। लोक अभियोजक नितिन मिश्रा,गोवर्धन मालवीय ने बताया की घटना वाले दिन आरोपियों ने कृष्ण नगर बडोरा में जमकर बलवा किया और द्वारका पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी थी।उसके पति राजू के डायल हैंड्रड को काल करने के बाद द्वारका को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था।। 15 दिन बाद महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। अभियोजन ने बताया की सास ससुर और बहु के बीच हैंडपंप का पानी बंद करने को लेकर विवाद हुआ था।
फरार हत्या का आरोपी गिरफ्तार:इटारसी रेल्वे स्टेशन से पकड़ा, सुपरवाइजर की हत्या कर भागा था आरोपी
बैतूल।।
चिचोली पुलिस ने सुपरवाइजर की हत्या करने वाले मजदूर को 21 दिन बाद इटारसी रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया है। आरोपी ने सुपरवाइजर की टोका टोकी से तंग आकर उसकी सब्बल मारकर हत्या कर दी थी।आरोपी घटना के बाद से ही फरार था।
शाहपुर एसडीओपी पल्लवी गौर ने बताया की 19 अगस्त को अभयजीत पिता कौशल प्रसाद पटेल ने थाना आकार रिपोर्ट दर्ज कराया कि मैं नागपुर की बीएनआरसी कंपनी महुपानी में काम करता हूं। मेरे साथ गांव के ही विष्णु कुशवाह, नीरज दाहिया और शहडोल का राकेश केवट भी कंपनी में फ्रोजन फूड कोल्ड स्टोरेज वेयर हाउस बनाने का काम कर रहे थे। 18 अगस्त की रात राकेश केवट वेयर हाउस के बाहर घूम रहा था। , सुपरवाईजर विष्णु कुशवाह ने राकेश को वेयर हाउस से बाहर जाने के लिए मना करता था। इसी बात को लेकर राकेश केवट ने वही पास में रखी ‘ लोहे की सब्बल से सुपरवाईजर विष्णु कुशवाह के साथ मारपीट कर दी।
गंभीर रूप से घायल विष्णु की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। एसडीओपी के मुताबिक आरोपी शहडोल जिले के रहने वाला था। वह वारदात को अंजाम देने के बाद भाग निकला था। चूंकि न तो वह मोबाइल यूज करता था और न ही एटीएम वगैरह रखता था।ऐसे में।उसकी तलाश में कई दिक्कते पेश आई ।लेकिन टीमें बनाकर की गई पतासाजी में आखिर वह पकड़ा गया। उसे अदालत में।पेश किया गया।जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।