गांव में तेंदुए का शावक आने से
थाली सजाकर पूजा-अर्चना करने ग्रामीण लगे
बालाघाट।।
बालाघाट जिले में बुधवार को तेंदुए का शावक देवी मंदिर क्षेत्र में आ गया। ग्रामीणों ने जब शावक को देखा तो इसकी सूचना वन विभाग की टीम को दी। वन अमले ने मौके पर पहुंचकर पिंजरा लगाकर शावक को पकड़ा। शावक को पकड़ने के बाद उसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंच गए। कई लोगों ने घर से पूजा की थाली लाकर पिंजरे में बंद तेंदुए का पूजन किया।
जिले के परसवाड़ा के खरपड़िया ग्राम के देवी मंदिर के पास ही जंगल है। सुबह करीब 11 बजे तेंदुए का शावक विचरण करते हुए मंदिर के पास पहुंच गया। ग्रामीणों ने उसे देखा तो घबरा गए। सैकड़ों ग्रामीण तेंदुए के शावक को देखने के लिए उमड़ पड़े। ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। उन्होंने करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद शावक को पिंजरे में बंद कर लिया। इसके बाद शावक को वन चौकी खरपड़िया लाया गया। वन अमले ने बताया कि शावक की उम्र करीब एक साल है।
पिंजरे में बंद तेंदुए का पूजन करते लोग।
लोगों ने बताया- माता दुर्गा की सवारी
नवरात्रि के तीसरे दिन माता मंदिर के पास शावक देख कई लोग इसे अस्था से जोड़ते दिखे। उन्होंने इसे माता दुर्गा की सवारी बताया। पिंजरे में बंद शावक की ग्रामीणों ने पूजा की। उसे पानी पिलाया। शावक को पकड़ने के दौरान वन परिक्षेत्र पश्चिम बैहर अधिकारी कृष्ण कुमार मेरावी, सहायक परिक्षेत्र अधिकारी तीरजून सिह मेरावी, वनरक्षक वीरेंद्र जाटव, अजय चन्द्रवंशी, रमूश बाहेश्वर सहित वन विभाग का अमला मौजूद रहा।
जंगल से भटककर आया
वन विभाग की टीम का कहना है कि तेंदुए का शावक जंगल से भटककर गांव के पास पहुंच गया। पशु चिकित्सक विजय मानेश्वर और उनकी टीम ने उसके स्वास्थ्य की जांच की। वह पूरी तरह से स्वस्थ्य है। फिलहाल शावक को खरपड़िया की टीम ने अपनी देख रेख मे रखा है।