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गेंदू ने एसडीओपी कार्यालय में दिए बयान में कहा कि एसआई मोहित ने पीटा भी!

Waman Pote

गेंदू ने एसडीओपी कार्यालय में दिए बयान में कहा कि एसआई मोहित ने पीटा भी!
बैतूल। नगरीय निकाय चुनाव के दौरान जयप्रकाश वार्ड से निर्दलीय प्रत्याशी सुनीता बड़ोदे के पति गेंदू बड़ोदे ने सब इंस्पेक्टर मोहित दुबे को लेकर जो शिकायत शनिवार को की थी उस मामले में रविवार दोपहर में तीन बजे एसडीओपी कार्यालय में बयान दर्ज किए गए। बयान दर्ज कर रहे एसडीओपी के रीडर अभिषेक शिंदे को गेंदू बड़ोदे ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि न केवल उसे थाने में लाकर बंद किया गया। बल्कि उसके साथ मारपीट भी की है जिसका उसके पास गवाह है। इसके साथ ही उसने एसपी से मांग की है कि मोहित दुबे पर फौरन एक्शन लिया जाए और उसके साथ न्याय किया जाए। दरअसल ६ जुलाई को आटो चालक गेंदू को जय प्रकाश वार्ड के पोलिंग पर ड्यूटी कर रहे। सब इंस्पेक्टर मोहित दुबे ने पकड़कर थाने में लाकर बद कर दिया था। उसे लगभग तीन से चार घंटे गंज थाने में बैठाकर रखा गया।इस मामले में पुलिस ने गेंदू के खिलाफ न तो मामला दर्ज किया और न ही उसका मेडिकल करवाया। मामले को लेकर गेंद बडोदे ने शनिवार को शिकायत की थी। जो फीडबेक सामने आ रहा है। उसके अनुसार पुलिस के कुछ अधिकारी मोहित दुबे को बचाने मे लगे हुए हैं। अब इसकी जवह क्या है कि यह तो सामने नहीं आई है। वैसे मामले को लेकर सांसद डीडी उइके, पूर्व सांसद हेमंत खंडेलवाल और भाजपा जिला अध्यक्ष आदित्य बबला शुक्ला से भी शिकायत की गई है। वहीं बताया गया कि आटो चालकों का एक प्रतिनिधि मंडल जल्द ही जनप्रतिनियों से मिलकर गेंदू बड़ोदे के साथ घटनाक्रम को लेकर न्याय की मांग करने वाला है। यदि जल्द ही र्कावाई नहीं हुई तो आटो चालक विरोध प्रदर्शन भी कर सकते हैं।
–यह कहा बयान में–
-गेंदू बडोदे का कहना है कि मोहित दुबे ने जो कुछ किया जानबूझकर किया। वह गरीब और दलित आदमी है इसलिए उसके साथ ऐसा किया गया और उसके साथ न्याय नहीं किया जा रहा है।
-घटना वाले दिन गेंदू बडोदे का कहना है कि सब इंस्पेक्टर मोहित दुबे ने न केवल थाना में लाकर बंद किया बल्कि उसे पीटा भी है जिसका उसके पास एक गवाह भी मौजूद है।
-उसकी पत्नी प्रत्याशी है। इसके बावजूद उसे पोलिंग सेंटर क्षेत्र से हटाया गया। साथ ही उसके पोलिंग एजेंट को भी बाहर कर दिया गया। जिसकी वजह से उसकी पत्नी चुनाव हार सकती है।
-गेंदू का कहना है कि उसकी शिकायत के बावजूद अभी तक न तो मोहित दुबे को सस्पेंड किया गया और न लाइन अटैच। इससे लगता है कि पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी उसे बचा रहे है।

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