नि:शुल्क चिकित्सा शिविर में 800 मरीजों ने पहुंचकर स्वास्थ्य सेवा का लिया लाभ
Waman Pote
नि:शुल्क चिकित्सा शिविर में 800 मरीजों ने पहुंचकर स्वास्थ्य सेवा का लिया लाभ
गंभीर मरीजों को वर्धा के हॉस्पिटल में किया रेफर, बस सेवा रहेगी नि:शुल्क
बैतूल। ओम आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पीटल, भारत-भारती जामठी में रविवार को जन आरोग्य योजना के तहत निःशुल्क स्वास्थ्य सेवा एवं चिकित्सा शिविर आयोजित किया गया। ओम स्वास्थ्य एवं शिक्षा परिषद के सचिव सोनू पाल ने बताया कि शिविर में 800 मरीजों ने पहुंचकर स्वास्थ्य सेवा का लाभ लिया। शिविर में दत्ता मेघे आयुर्विज्ञान संस्थान के आचार्य विनोबा भावे, ग्रामीण अस्पताल वर्धा से विविध विभाग के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने अपनी सेवा देकर मरीजों की स्वास्थ्य जांच की और उचित मार्गदर्शन दिया, वहीं मरीजों को नि:शुल्क दवाई वितरित की गई। उन्होंने बताया कि शिविर में गंभीर मरीजों को चयनित किया गया है, जिनका नि:शुल्क ऑपरेशन किया जाएगा। चयनित किए गए गंभीर मरीजों को वर्धा के हॉस्पिटल में रेफर किया गया है। रेफर किए गए मरीजों को ओम आयुर्वेदिक महाविद्यालय हॉस्पिटल से दत्ता मेघे आयुर्विज्ञान वर्धा तक बस से नि:शुल्क ले जाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि भारत सरकार आयुष मंत्रालय द्वारा आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आजादी के अमृत महोत्सव तथा एमओयू के तहत चिकित्सा शिविर आयोजित किया गया। शिविर में लगभग 800 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इस दौरान 280 मरीजों का ईसीजी और 290 मरीजों की पैथोलॉजी जांच की गई। वहीं मुख रोग के मरीज 126, मोतियाबिंद के 60 मरीज की जांच, नाक, कान, गला, कैंसर जांच व उनके रोगों की जांच की गई। शिविर में 40 से अधिक मरीजों की मैमोग्राफी मशीन द्वारा स्तन कैंसर संबंधी जांच तथा महाविद्याल में रक्त संबधी सभी जांच की गई। इस अवसर पर ओम स्वास्थ्य एवं शिक्षा परिषद के सचिव सोनू पाल, प्राचार्य डॉ. वीके शाह, ओम आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के समस्त चिकित्सकगण, कर्मचारी तथा सभी बीएएमएस के विद्यार्थी उपस्थित थे।
–हर माह लगेगा शिविर–
उन्होंने बताया कि दत्ता मेघे आयुर्विज्ञान संस्थान वर्धा तथा ओम आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल भारत भारती बैतूल के संयुक्त तत्वावधान में प्रतिमाह बैतूल में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जाएगा। जहां वर्धा के विशेषज्ञ चिकित्सकों तथा ओम आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज द्वारा सभी प्रकार की बीमारियों का उपचार एलोपैथी एवं आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति से किया जाएगा।
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