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भैसदेही नगर पंचायत अध्यक्ष बनने की राह नहीं आसान, फंस रहा आरक्षण का पेंच

By BETUL VARTA वामन पोटे

भैसदेही नगर पंचायत अध्यक्ष बनने की राह नहीं आसान, फंस रहा आरक्षण का पेंच

By BETUL VARTA

बैतूल– एक ओर जहां पंचायत के चुनाव संपन्न होने के बाद नगर पालिका और नगर परिषद में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष बनाने के लिए राजनैतिक दल सक्रिय हैं। और अपनी-अपनी पार्टी के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष बनाने के लिए तैयारी कर रहे हैं। ऐसे में जिले की भैंसदेही नगर परिषद में अध्यक्ष को लेकर आरक्षण का तगड़ा पेंच फंस गया है। यह स्पष्ट नहीं है कि भैंसदेही नगर परिषद का अध्यक्ष पद सामान्य महिला के लिए है या ओबीसी मुक्त के लिए आरक्षित है। अधिकारी भी असमंजस की स्थिति में है। इसके अलावा राजनैतिक दल भी स्थिति स्पष्ट नहीं कर पा रहे हैं जिससे भ्रम की स्थिति बनी हुई है।
हम भी क्लीनियर नहीं है: एसडीएम

भैंसदेही एसडीएम केसी परते ने बैतूलवाणी से चर्चा में बताया कि अभी क्लीयर कर रहे हैं। हम लोगों को भी स्पष्ट जानकारी नहीं है। एसडीएम श्री परते ने बताया कि 2 जून 2022 के राजपत्र में भैंसदेही नगर परिषद अध्यक्ष का पद सामान्य महिला के लिए है। लेकिन जानकारी यह मिली है कि नगरीय प्रशासन ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखा है कि 2014 की स्थिति का आरक्षण माना जाए। 2014 में नगर परिषद भैंसदेही में अध्यक्ष पद ओबीसी मुक्त के लिए था। इस स्थिति में अभी स्पष्ट नहीं है।

सामान्य वर्ग से अनिल सिंह बने थे अध्यक्ष

भैंसदेही नगर परिषद में दो बार अनिल सिंह ठाकुर अध्यक्ष बने उस समय सामान्य वर्ग के लिए अध्यक्ष पद था। बताया जा रहा है कि अनिल सिंह ठाकुर 2008 में पहली बार अध्यक्ष बने थे। उसके बाद 2013 में हुए चुनाव में कांग्रेस के सतीश धाड़से अध्यक्ष बने थे लेकिन उनका निधन हो जाने से बाद 2015 में उपचुनाव हुए जिसमें स्व. सतीष धाड़से की पत्नी प्रमिला धाड़से कांग्रेस की उम्मीदवार बनी थी। इस चुनाव में भाजपा के अनिल सिंह ठाकुर ने कांग्रेस की प्रमिला धाड़से को चुनाव हराकर अध्यक्ष बन गए थे। 2018 में चुनाव होना था इस दौरान प्रदेश में सरकार बदल गई और कांग्रेस की सरकार आ गई जिससे यहां चुनाव नहीं हुआ और कांग्रेस नेता विनयशंकर पाठक को मनोनीत नगर परिषद अध्यक्ष बनाया गया। भाजपा नेता अनिल सिंह ठाकुर का कहना है कि 2014 में हुए आरक्षण का लाभ 2018 में मिलना था लेकिन उस समय चुनाव नहीं हुए। अब नया आरक्षण सामान्य महिला के लिए हुआ है तो इसका लाभ सामान्य वर्ग की महिला को मिलना चाहिए।

यह महिलाएं हैं अध्यक्ष पद की दावेदार

2 जून 2022 को राजपत्र में आरक्षण का प्रकाशन हुआ जिसमें भैंसदेही नगर परिषद अध्यक्ष पद सामान्य महिला के लिए घोषित किया गया। इसी को लेकर कुछ महिलाएं भी पार्षद चुनाव लड़ी कि वह अध्यक्ष बन सकती हैं। सामान्य वर्ग की बात करें तो भाजपा के वरिष्ठ नेता दुर्गाचरण सिंह उर्फ राजा ठाकुर की पत्नी श्रीमती कुसुम सिंह ठाकुर वार्ड क्रं. 2 से चुनाव जीती और अध्यक्ष को लेकर इनका नाम आगे चल रहा था। जैसे ही 2014 के आरक्षण की बात आई तो पिछड़ा वर्ग की महिला नेत्रियों भी सक्रिय हो गई। इनमें वार्ड क्रं. 4 से चुनाव जीती और कुंबी समाज का प्रतिनिधित्व करने वाली श्रीमती निर्मला महाले, वार्ड 10 से श्रीमती तारा पाल और वार्ड क्रं. 6 से श्रीमती लीला गोलू राठौर के नाम भी अध्यक्ष पद के लिए सामने आए हैं। अभी भी पेंच बाकी है क्योंकि 2014 में ओबीसी मुक्त के लिए आरक्षण हुआ था।

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