तिरंगे रंग की पगड़ी धारण करके पीएम मोदी ने 75वीं वर्षगांठ पर लाल किले से तिरंगा फहराया
By बैतूलवार्ता
जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान में पीएम मोदी ने जोड़ा जय अनुसंधान
तिरंगे रंग की पगड़ी धारण करके पीएम मोदी ने 75वीं वर्षगांठ पर लाल किले से तिरंगा फहराया
| 15 अगस्त 2022, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ पर लाल किले से तिरंगा फहराया. इसके बाद उन्होंने देश को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने देश की आजादी के लिए संघर्ष करने वाले, आहुती देने वाले, इस देश को आजादी के बाद बनाने वाले महापुरुषों को नमन किया. इतना ही नहीं पीएम मोदी ने आजादी के 100 साल पूरे होने पर विकसित देश बनाने का संकल्प लेने की भी अपील की.
आज पूरा देश आजादी के जश्न में डूबा है. इस बार का स्वतंत्रता दिवस इसलिए और खास है क्योंकि हम आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नौवीं बार लाल किले से राष्ट्रीय ध्वज फहराया. इस दौरान 21 तोपों की सलामी भी दी गई. यह 9वां मौका है, जब नरेंद्र मोदी ने पीएम के तौर पर झंडारोहण किया. लाल किले के आसपास सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. इससे पहले पीएम मोदी ने देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं.
दुनिया हम पर गर्व करेगी- पीएम
पीएम ने कहा, हम जीव में भी शिव देखते हैं, हम वो लोग हैं जो नर में नारायण देखते हैं, हम वो लोग हैं जो नारी को नारायणी कहते हैं, हम वो लोग हैं जो पौधे में परमात्मा देखते हैं, हम वो लोग हैं, जो नदी को मां मानते हैं, हम वो लोग हैं, जो कंकड़-कंकड़ में शंकर देखते हैं… ये हमारा सामर्थ्य है, जब विश्व के सामने खुद गर्व करेंगे तो दुनिया करेगी.
पीएम मोदी ने दिया नया नारा
पीएम मोदी ने कहा, लाल बहादुर शास्त्री ने जय जवान, जय किसान का नारा दिया था. इसके बाद अटल बिहारी वाजपेयी ने इसमें जय विज्ञान जोड़ा. और अब इसमें जय अनुसंधान जोड़ने का समय आ गया है. अब जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान हो.
धरती से जुड़ेंगे, तभी ऊंचा उड़ेंगे- पीएम
पीएम मोदी ने कहा, जब हम अपनी धरती से जुड़ेंगे तभी तो ऊंचा उड़ेंगे और जब ऊंचा उड़ेंगे तभी तो विश्व को समाधान दे पाएंगे.
लाल किले से छलका पीएम का दर्द
पीएम मोदी का लाल किले से दर्द भी छलका. पीएम मोदी ने कहा, मेरी एक पीड़ा है, मेरा दर्द है. मैं इसे दर्द को देशवासियों के सामने नहीं कहूंगा तो कहां कहूंगा. पीएम मोदी ने कहा, आज किसी न किसी कारण से हमारे अंदर विकृति आई है, हमारे बोल चाल में. हमारे स्वभाव में, हम नारी का अपमान करते हैं. क्या हम स्वभाव से, संस्कार से, रोजमर्रा की जिंदगी में नारी को अपमानित करने वाली हर बात से मुक्ति का संकल्प ले सकते हैं. नारी का गौरव राष्ट्र के सपने पूरे करने में बहुत बड़ी पूंजी बनने वाला है, ये सामर्थ्य में देख रहा हूं.
पीएम मोदी ने लाल किले से दिलाए ये 5 प्रण
1-विकसित भारत- अब देश बड़े संकल्प लेकर चलेगा, और वो बड़ा संकल्प है विकसित भारत और उससे कुछ कम नहीं होना चाहिए.
2-गुलामी के हर अंश से मुक्ति का प्रण- दूसरा प्रण है किसी भी कोने में हमारे मन के भीतर अगर गुलामी का एक भी अंश हो उसे किसी भी हालत में बचने नहीं देना.
3-विरासत पर गर्व- तीसरी प्रण शक्ति है कि हमें हमारी विरासत पर गर्व होना चाहिए. यही विरासत है, जिसने भारत को स्वर्णिम काल दिया था. यह विरासत है जो समय समय पर परिवर्तन करने का सामर्थ्य रखती है.
4- एकता और एकजुटता का प्रण- चौथा प्रण है एकता और एकजुटता. 130 करोड़ देशवासियों में एकजुटता. न कोई अपना न कोई पराया. एक भारत औऱ श्रेष्ठ भारत के लिए यह प्रण है.
5-नागरिकों को अपने कर्तव्यपालन का प्रण- पीएम मोदी ने कहा, 5वां प्रण है नागरिकों का कर्तव्य. इससे पीएम, मुख्यमंत्री भी बाहर नहीं होता है. ये 25 सालों के संकल्प को पूरा करने के लिए हमारे प्रण हैं.
‘मेरा देश विकसित देश होगा’
पीएम मोदी ने युवाओं से अपील की कि वे आजादी के 100 साल पूरे होने के लिए अभी से संकल्प लें, कि तब यह विकसित देश होगा. विकास के केंद्र में मनुष्य होगा. पीएम मोदी ने कहा कि जब देश आजादी के 100 साल पूरे कर रहा होगा, तब युवा 50-55 साल का होगा.