अमृत मंथन भाग 3
ग्राम संवाद के बाद के हालात
हेमंत खंडेलवाल स्कूली छात्र छात्राओं को पांच बसों से वापस पिपरिया भेजा
पहली बार कलेक्टर के इलाके में आने से ग्रामीण खुश है ,कहते है उम्मीद पर कायम है ?
स्कूल की सड़क बनाने की मांग अब पूरी होगी
ग्राम संवाद के बाद के हालात ?
By वामन पोटे बैतूल वार्ता
बैतूल।।अभी 20 दिन ही बीते है जब हमने अपनी आजादी के 75 साल पूरे होने पर आजादी का अमृत महोत्सव बनाया है। लेकिन हाल ही में जो तस्वीरें सामने आई हैं उन्हें देखकर तो यही लगता है कि हम भले ही आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हों लेकिन आम आदमी की परेशानियों ने मानो अमृत पी लिया है जो न कभी खत्म हुई थीं और न कभी हो पाऐंगी। इलाके में पीने के पानी की सड़क की समस्या बनी हुई है ।रोझड़ीखेडा गांव में बारिश के मौसम में भी पीने के पानी बड़ी समस्या है जल जीवन मिशन की योजना भी जिरुढाना और सागवानी सहित इलाके के कई गांवों में अधूरी पड़ी है ।महूढाना, टेरम जैसे कई गांवों में पहुचना आसान नही है कीचड़ भरे रास्तो पर एक पैर रखने के बाद दूसरा पैर सोच समझकर ही रखना पड़ता है ।
पिपरिया गांव की सुल्लो बाई भी अपनी समस्या लेकर कलेक्टर से मिलने के लिए पंडाल में गई थी पर उसके पास कोई आवेदन का कागज नही था जिससे उसे वहाँ किसी साहब ने कहा आवेदन लिखकर लाओ 65 साल की सुल्लो बाई कहती है मैंने बोला मेरे को लिखते पढ़ते नही आता है मेरी समस्या खेत का कुआ बारिश में गिर गया पर कोई सुनता ही नही है।सुल्लो बाई कहती है गांव में कोई खाकी की वर्दी वाला कह रहा था ये जिले का बड़ा
साहब है ,इनके पिता जी भी भोपाल में बहुत बड़े साहब है मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भी उनकी सुनता है इसलिए सुल्लो बाईं को उम्मीद है कि कुछ तो भला होगा इलाके का?
सुल्लो बाई भले ही पढ़ी लिखी नही है पर हर बात समझती है ।उसे सब मालूम है कैसे काम करती है सरकारी मशनरी वह बड़ी ही सहजता और बेबाक अंदाज में कहती है कि काम नही होगा तो पूरे तामझाम से गांव से बैतूल चले जायेंगे सुल्लो बाई ने बताया कि पांच साल पहले स्कूल में मास्टर मांगने बैतूल गए थे पुलिस ने हमारी गाड़िया पकड़ कर अस्पताल के पास थाने में खड़ी कर ली थी हम मास्टर मांगने के लिए स्कूल में पढ़ने वाले लड़के लड़कियों के साथ गए थे स्कूल के पांच सौ लड़के लडकिया और 25 ,30 पालक गए थे ।जब हमारी गाड़िया नही छोड़ रहे थे तो हम भी सड़क पर बैठ गए हल्ला मच गया ।फिर खंडेलवाल भैया आये और हमारी समस्या का समाधान किया हम सभी पिकप में गए थे फिर खंडेलवाल भैया ने पांच बसों से गांव पहुचाया था।
सुल्लो ने बताया कि बड़े स्कूल की तरफ सड़क बन जाएगी ऐसा कलेक्टर साहब ने कहा है ।वे बड़ी ही बेबाकी से कहती है 5सौ से ज्यादा बच्चे कीचड़ भरे रास्ते से स्कूल जाते है अब समस्या हल होगी बरसो से स्कूल की सड़क बनाने की मांग अब पूरी होगी ।