गुरूवा-पिपरिया में मिली शिकायतें यह दर्शाती हैं कि जिले के अंदरूनी क्षेत्रों में शिक्षकों की उपस्थिति एवं कामकाज का रवैया संतोषजनक नहीं ,कलेक्टर
By बैतूल वार्ता
गुरूवा-पिपरिया में मिली शिकायतें यह दर्शाती हैं कि जिले के अंदरूनी क्षेत्रों में शिक्षकों की उपस्थिति एवं कामकाज का रवैया संतोषजनक नहीं ,कलेक्टर
शैक्षणिक व्यवस्था का नियमित निरीक्षण हो
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बैठक में कलेक्टर ने ग्राम गुरूवा-पिपरिया में आयोजित ग्राम संवाद कार्यक्रम में मिली शिकायतों का संदर्भ देते हुए जिला शिक्षा अधिकारी एवं सहायक आयुक्त आदिवासी विकास को निर्देशित किया कि जिले के अंदरूनी ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षकों की उपस्थिति में शैक्षणिक व्यवस्था सुचारू रहे, इस पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि गुरूवा-पिपरिया में मिली शिकायतें यह दर्शाती हैं कि जिले के अंदरूनी क्षेत्रों में शिक्षकों की उपस्थिति एवं कामकाज का रवैया संतोषजनक नहीं है। दोनों विभागों के अंतर्गत बीईओ एवं बीआरसी का निरीक्षण रोस्टर तैयार किया जाए एवं मैदानी शैक्षणिक व्यवस्था पर पैनी निगरानी रखी जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षकों की नियमित उपस्थिति एवं शैक्षणिक व्यवस्था की गुणवत्ता पर ध्यान रखा जाना विभागीय अधिकारियों की जवाबदारी है। उन्होंने स्कूल भवनों में आवश्यक मरम्मत कार्य भी सुनिश्चित करने के शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए।
जल संकट वाले क्षेत्रों में भू-जल संवर्धन के कार्यों की कार्ययोजना तैयार की जाए
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बैठक में कलेक्टर ने कहा कि गुरूवा-पिपरिया क्षेत्र सहित जिले के ऐसे क्षेत्र चिन्हित किए जाएं कि जहां जल संकट की स्थिति बनती है। ऐसे स्थानों पर भू-जल संवर्धन के कार्य कराने के लिए कार्य योजना तैयार की जाए। कार्ययोजना में बड़ी एवं छोटी जल संरचनाओं के निर्माण के प्रस्ताव तैयार किए जाएं।
जननी सुरक्षा योजना में भुगतान की स्थिति सुधरे
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गुरूवा-पिपरिया के ग्राम संवाद कार्यक्रम में मिली शिकायतों के संदर्भ में ही कलेक्टर श्री बैंस ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत जननी सुरक्षा योजना में हितग्राही को समय पर भुगतान मिले, इस बात पर ध्यान दिया जाए। संस्थागत प्रसव में हितग्राहियों को राशि नहीं मिलने की स्थिति न बने।