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वन माफियाओं ने गवासेन रेंज में काटे सागौन के पेड़ विभाग में मचा हडक़म्प

By बैतूल वार्ता

वन माफियाओं ने गवासेन रेंज में काटे सागौन के पेड़ विभाग में मचा हडक़म्प

By वामन पोटे

बैतूल वार्ता

October 1, 2022

बैतूल – betul varta –

पश्चिम वन मंडल क्षेत्र की गवासेन रेंज में पिछले लंबे समय से वन माफियाओं के सक्रिय होने से वन विभाग परेशान है और लगातार पेड़ कटने की घटनाएं सामने आ रही है। ताजा मामला 28 सितम्बर की रात का है। जहां सागौन के 8 पेड़ काटे गए हैं। जानकार बताते हैं कि इन पेड़ की गोलाई ज्यादा थी। और मदर ट्री की कैटेगिरी वाले इन पेड़ों के कटने से जंगलों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

अजई बीट में माफिया ने काटे पेड़

बताया जा रहा है कि 28 सितम्बर की रात 10 बजे से 1 बजे के बीच वन माफियाओं ने गवासेन रेंज की सर्किल कुरसना बीट अजई के एक कंपार्टमेंट में धावा बोल दिया और बड़े कटर से यहां पर लगे लगभग 8 सागौन के पेड़ काट दिए। इन पेड़ों की गोलाई 180 से 220 सेंटीमीटर तक बताई जा रही है। वन माफिया इस स्थान पर पहुंंचकर 8 पेड़ काट देता है इसको लेकर कहीं ना कहीं जंगल की गश्त या स्थानीय कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर प्रश्र चिन्ह लगा है। इस घटना से कहीं ना कहीं वन कर्मियों की मिलीभगत होने की बात सामने आ रही है। इस बड़ी कटाई को लेकर विभाग के जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारियों की कितनी जिम्मेदारी तय होती है यह होने वाली कार्यवाही पर निर्भर करेगा।
दोनों जिले के सक्रिय हैं माफिया
जानकार बताते हैं कि पश्चिम वन मंडल क्षेत्र में बड़ी संख्या में सागौन की इमारती लकडिय़ों का घनत्व वाला जंगल है। यही कारण है कि इस इलाके में हमेशा माफिया सक्रिय रहता है और पेड़ों को निशाना बनाने से नहीं चूकता है। यह जंगल बैतूल-हरदा जिले की सीमा पर स्थित है। यहां पर दोनों जिले के माफिया भी सक्रिय रहते हैं। गवासेन के प्रभारी रेंजर रवि सिंह का कहना है कि इस घटना को अंजाम देने वाले जिले के लोग हैं। उन्होंने बताया कि पेड़ कटाई वाले स्थल पर वन विभाग की टीम पहुंच गई थी जिसके कारण पेड़ काटने वाले लकड़ी छोडक़र भाग गए। चार पेड़ काटे गए हैं। लडक़ी वन विभाग ने जब्त कर ली है। वन माफिया की तलाश की जा रही है। वन विभाग ने इसके लिए सीसीटीवी फुटेज निकालने की भी कार्यवाही शुरू कर दी है।

अधिक पेड़ काटने से बचाया: यादव

गवासेन रेंज में पेड़ कटाई के मामले को लेकर पश्चिम वन मंडल के डीएफओ वरूण यादव का कहना है कि 28 सितम्बर की रात की घटना है। लगभग पांच पेड़ काटने का मामला संज्ञान में आया है। मौके से सारी लकड़ी जब्त कर ली है। पहले से वहां सीपीटी थी उसे उन्होंने भरा और घटना को अंजाम दिया। संज्ञान में आया है कि एक गिरोह सक्रिय है जो इसमें काम कर रहा है। इस गिरोह को पकडऩे के लिए आसपास के सभी रेंज को अलर्ट कर दिया गया है। हरदा जिले की टीम से भी संपर्क बनाए हुए हैं जल्द ही गिरोह को पकड़ लिया जाएगा। हम लोग लगातार गश्त कर रहे थे। उस क्षेत्र में मुझे लगता है कि और पेड़ काट सकते थे लेकिन हम लोग सचेत थे। मौके पर पहुंच गए इसलिए वह लोग फरार हो गए और हमने ज्यादा पेड़ काटने से बचा लिया

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